तो दिल्ली नहीं, लखनऊ को दहलाने की थी तैयारी? खुलासे के बाद एक्शन में यूपी ATS
Delhi Blast Case Update
Delhi Blast Case Update: गुजरात में आतंकी गतिविधियों के शक में पकड़े गए सुहेल अहमद और आजाद नबी को उनके आकाओं ने लखनऊ में दहलाने के लिए पूरा प्लान तैयार कर दिया था। इसको देखते हुए ही वह अपनी तैयारी करने के लिए लखनऊ में प्रमुख स्थानों की रेकी कर रहे थे। सुहेल ने कुछ समय पहले लखनऊ में अपने मददगार चार युवकों से मुलाकात भी की थी। खुफिया एजेन्सियों को ऐसे ही सुराग हाथ लगे है। अब शाहीन और उसके भाई डॉ. परवेज के बारे में कई और जानकारियां मिलने के बाद एटीएस भी इस बिन्दु पर पड़ताल कर रही है।
खुफिया एजेन्सियों के मुताबिक सुहेल ने पूछताछ में कई चौंकाने वाली जानकारियां दी है। इसके आधार पर ही उसके सम्पर्क में रहने वाले कई लोगों का ब्योरा जुटाया जा रहा है। यह भी पता किया जा रहा है कि यूपी के लखनऊ के अलावा और कौन से जिले निशाने पर थे। साथ ही यह भी पता किया जा रहा है कि किस आतंकी संगठन के लिए ये लोग काम रहे थे।
दिल्ली विस्फोट को लेकर भी हो रही पूछताछ
इन दोनों से दिल्ली विस्फोट को लेकर भी पूछताछ की जा रही है। खुफिया एजेन्सियां और यूपी एटीएस इन दोनों आतंकियों से दिल्ली विस्फोट को लेकर भी पूछताछ कर रही है। हालांकि अभी इन सभी के एक दूसरे से सम्पर्क का पता नहीं चल सका है। अधिकारी भी इस बारे में कुछ नहीं बोल रहे हैं।
लखनऊ में चप्पे-चप्पे पर चौकसी
दिल्ली धमाकों के बाद एयरपोर्ट की सुरक्षा अचानक बढ़ा दी गई। ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटीज की गाइडलाइन आ गई। तुरंत विजिटर पास, एंट्री टिकट पर रोक लग गई। एंट्री टिकट और पास के जरिए यात्री के रिश्तेदार, करीबी उनको विदा करने टर्मिनल के भीतर कुछ दूरी तक जा सकते हैं। चप्पे-चप्पे पर सीआईएसएफ की टुकड़ियां सघन जांच करती नजर आईं। बुलेटप्रूफ गाड़ियों में झरोखे से निकली स्वचालित राइफल की नाल धूप में चमक रही थी। साथ ही बता रही थी कि किसी आरजक तत्व को पल भर भी संभलने का मौका नहीं मिलने वाला।
विजिटर पास पर रोक फिलहाल तीन दिन के लिए लगाई गई है। सूत्रों के अनुसार एयरपोर्ट परिसर के भीतर और बाहर निगरानी (सर्विलांस) को बढ़ा दिया गया है। यहां तक कि विमान में बैठने से पहले एसएलपीसी यानी सेकंडरी लैडर प्वाइंट जांच अनिवार्य हो गई है। सामान्य रूप से यह जांच रैंडम आधार पर इक्का-दुक्का यात्रियों की होती है। प्रस्थान और प्रवेश गेट पर यात्रियों की औचक जांच की जा रही है। परिसर में प्रवेश करने से पहले यात्रियों और कर्मचारियों की आईडी की एयरपोर्ट सुरक्षा समूह जांच कर रहा है। इसके अलावा यात्रियों के बैगेज की जांच प्रवेश से पहले हो रही है। एयरलाइंस और निजी सुरक्षा एजेंसियों के गार्ड विमानों के आसपास तैनात किए गए हैं। एयरपोर्ट पर क्विक एक्शन टीम तैनात की गई है। साथ ही श्वान और बम निरोधक दस्ता लगातार पेट्रोलिंग करता दिखा। कानपुर रोड या शहीद पथ से आने वाले वाहनों की सरोजनीनगर पुलिस रैंडम आधार पर जांच कर रही है।
साल 2007 में दिखी थी दहशत
लखनऊ में साल 2007 में दहशत दिखी थी जब कचहरी ब्लास्ट ने लखनवी नफासत और तहजीबी मिजाज को गहरी चोट पहुंचाई थी। 18 साल बाद जब दिल्ली में धमाके के तार लखनऊ से जुड़े तो फिर शहर सहमा हुआ दिखा। चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात थी। जगह-जगह तलाशी हो रही थी। एयरपोर्ट पर पुलिस और सीआईएसएफ का चक्रव्यूह बना हुआ था। हालांकि, रेलवे स्टेशनों और बसअड्डों पर सामयिक जांच ही हुई। अतिरिक्त सतर्कता न होने से कुछ अधूरा रहा। हिन्दुस्तान टीम ने शहर के अलग-अलग स्थानों पर पड़ताल की।